नवी दिल्ली : भारतीय रिझर्व्ह बँकेने, आरबीआय कायदा, 1934 च्या कलम 24 (1) अन्वये, 10 नोव्हेंबर 2016 रोजी, 2000 रुपये मूल्याच्या चलनी नोटा व्यवहारात आणल्या होत्या. त्यावेळी, 1000 आणि 500 रुपये मूल्याच्या चलनी नोटा, व्यवहारातून बाद केल्यामुळे, चलनाची टंचाई निर्माण झाली होती, त्यामुळे त्या परिस्थितीवर त्वरित उपाययोजना म्हणून, 2000 रुपयांची नोट व्यवहारात आणली गेली. ही माहिती, केंद्रीय अर्थ राज्य मंत्री पंकज चौधरी यांनी आज राज्यसभेत एका लिखित प्रश्नाच्या उत्तरात दिली.
मंत्री म्हणाले की आरबीआयच्या 19.मे.2023 च्या प्रसिद्धी पत्रकाद्वारे, (https://www.rbi.org.in/Scripts/BS_PressReleaseDisplay.aspx?prid=55707), असे जाहीर केले आहे की, 2000 रुपये मूल्याच्या पैकी 89% मूल्याच्या नोटा मार्च 2017 पूर्वी व्यवहारात आणल्या आहेत आणि त्यांच्या 4 ते 5 वर्षे आयुर्मान संपेपर्यंत या नोटा उपयुक्त आहेत.
आरबीआयने केलेल्या देशव्यापी सर्वेक्षणानुसार, आता व्यवहारांसाठी 2000 रुपये मूल्याच्या नोटांना प्राधान्य दिले जात नाही, असेही चौधरी यांनी सांगितले. तसेच, इतर मूल्यांच्या नोटांचा साठा लोकांच्या चलनाची गरज भागवण्यासाठी पुरेसा आहे. वरील बाबी लक्षात घेऊन आणि आरबीआय च्या “क्लीन नोट पॉलिसी” च्या अनुषंगाने, आरबीआयने 2000 रुपये मूल्याच्या नोटा चलनातून काढून घेण्याचा निर्णय घेतला, अशी माहिती मंत्र्यांनी दिली.
आरबीआय ने दिलेल्या अधिक माहितीनुसार, 2016 ते 2023 या वर्षांसाठी चलनात असलेल्या 2000 रुपये मूल्याच्या बँक नोटांचा दरवर्षी मार्च अखेरीस डेटा (खंड आणि मूल्य) खालीलप्रमाणे आहे:
Banknotes of ₹2000 denomination in Circulation since 2016 |
||
Year |
Volume (crore pieces) |
Value (₹ crore) |
2016 |
– |
– |
2017 |
329 |
6,57,063 |
2018 |
336 |
6,72,642 |
2019 |
329 |
6,58,199 |
2020 |
274 |
5,47,952 |
2021 |
245 |
4,90,195 |
2022 |
214 |
4,28,394 |
2023 |
181 |
3,62,220 |
तसेच, चलनात असलेल्या 2000 रुपये मूल्याच्या बॅंक नोटांचे प्रमाण आणि मूल्य आणि 2000 रुपयांच्या चलनातील नोटा काढल्यानंतर चलनातून परत आलेल्या नोटांचा तपशील खालीलप्रमाणे आहे (आरबीआयच्या माहितीनुसार) :
₹2000 Denomination |
Volume (crore pieces) |
Value (in lakh crore) |
Circulation as on May 19, 2023 |
177.93 |
3.56 |
Circulation as on June 30, 2023 |
41.80 |
0.84 |
Banknotes returned from Circulationsince May 19, 2023 till June 30, 2023 |
136.13 |
2.72 |
आरबीआय ने दिलेल्या आकडेवारीनुसार, शेड्युल्ड व्यावसायिक बँकांनी नोंदवलेल्या ‘एकूण ठेवी थकबाकी’ आणि ‘एकूण कर्ज आणि थकबाकीदार कर्जे’ ची आकडेवारी खालीलप्रमाणे आहे:
As on |
Total Deposits outstanding |
Gross Loans and Advancesoutstanding |
||
(Values)(in Rs crore) |
(Growth_YoY)(in %) |
(Values)(in Rs crore) |
(Growth_YoY)(in %) |
|
31 March, 2022 |
1,71,72,755 |
10.17 |
1,27,50,006 |
11.85 |
30 June, 2022 |
1,71,77,836 |
10.05 |
1,30,94,857 |
15.53 |
30 September, 2022 |
1,77,42,610 |
10.84 |
1,36,92,970 |
18.63 |
31 December, 2022 |
1,81,43,432 |
11.27 |
1,41,30,450 |
16.77 |
31 March, 2023 |
1,90,56,113 |
10.97 |
1,47,57,129 |
15.74 |